चंढीगड़। आम आदमी पार्टी साल 2017 में हुए पंजाब विधान सभा चुनाव के दौरान प्रवासी पंजाबियों की तरफ से पार्टी को फंड के रूप में भेजे गए करोड़ों रुपए का अब तक हिसाब नहीं दे सकी है लेकिन मौजूदा समय के दौरान दिल्ली में चल रहे किसान अंदोलन को पार्टी नेता एक वार फिर कैश करने की फिराक में दिखाई दे रहे है क्योकि आप के कुछ बड़े नेताओं की व्हटसएप चैटिंग सोशल मीडिया पर खूब बायरल हो रही है जिसमे पार्टी के पंजाब प्रभारी राघव चढ्ढा, सांसद भगवंत मान, हरपाल सिंह चीमा समेत कुछ विधायक एक-दूसरे को दिल्ली में आप की तरफ से लगाए गए लंगर और दी गई वाई फाई की सहूलत सबंधी फोटोज एनआरआईज के ग्रुपों में डालने की बात कर रहे है तां जो विदेशों से एक वार फिर पैसा इक्टठा किया जा सके।


इस चैट के कारण आप एक वार फिर विवादों में घिरने जा रही है। इसमे राघव चढ्ढा यह आदेश देते भी दिखाई दे रहे है कि हरियाना से सबंधित किसान नेता चढूनी से हमारी पार्टी के नेता दूरी बनाकर रखे क्योकि वह कांग्रेस का बंदा है लेकिन राजेवाल को खूब प्रमोट किया जाए। बता दे कि पंजाब विधान सभा के 2017 में हुए चुनाव के दौरान पंजाब में विरोधी पार्टियों ने आप लीडरशिप पर विदेशों से 700 करोड़ रुपए का फंड इक्टठे करने का दोष लगाया था जिसका जवाब आज तक आप हाईकमांड नहीं दे सकी, उधर इस मामले पर यूथ अकाली दल के सेके्रटरी जनरल सरबजोत सिंह साबी ने कहा है कि आप ने पहले विधान सभा चुनाव में करोड़ों रुपए प्रवासी पंजाबियों से इक्टठे लिए और अब लंगर और वाई फाई के बदले एक वार फिर फंड इक्टठा करने की कोशिश कर रही है लेकिन इस वार लोग इनहे मूंह नहीं लगाएगे।
दा एडिटर के पास आप नेताओं के दरमियान हुई चैटिंग के अंश मौजूद है लेकिन यह दावा नहीं किया जा सकता कि यह चैटिंग सच्च में ही आप नेताओं के दरमियान हुई यां फिर किसी ने इन नेताओं के नाम पर फर्जी अकांऊट खोलकर यह चैटिंग कर उसे सोशल मीडिया पर बायरल किया है।