चंडीगढ। अम्रितसर के गुरू नानक अस्पताल से कोरोना पाजिटिव की लाशों की अदला बदली के मामले में पंजाब सरकार घिरती हुई नजर आ रही है क्योकि जिस प्रीतम सिंह की लाश अब तक परिवार को नहीं मिली उनके परिवार ने माननीय पंजाब एंड हरियाना हाईकोर्ट में पहुंच की है, जिस पर आज सुनवाई करते हुए अदालत ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर दिया है और बुधवार तक इस मामले में जवाब मांग लिया है, इससे पहले मुकेरियां के पास पड़ते गांव टांडा राम सहाय के कोरोना पाजिटिव होने की बजह से मारे गए प्रीतम सिंह की लाश बदलने के मामले में प्रीतम सिंह के परिवार ने पंजाब एंड हरियाना हाईकोर्ट में रिट डाली थी और इस सबंधी परिवार के एडवोकेट राजीव मलहोत्रा ने कहा कि हाईकोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और उन्होंने कहा कि हम यह कहि रहे है कि प्रीतम सिंह तो जीवत है और वह कहा है, जब कि अस्पताल कहि रहा है कि प्रीतम सिंह की मौत हो चुकी है और अब यह मामला और दिलचसप बन गया है क्योकि परिवार यह मानने को तैयार नहीं कि प्रीतम सिंह की मौत भी हुई है और इससे पहले 18 जुलाई शनिवार शाम को टांडा राम सहाय में उस समय हंगामा हो गया था जब प्रीतम सिंह की जगह महिला जिसका नाम पदमा था और वह कैंसर से पीड़त थी की लाश यहा पहुंच गई थी और उस समय यह बात निकलकर सामने आई थी कि प्रीतम सिंह का उस महिला के परिवार ने अंतिम ससकार कर दिया था, दिलचसप बात तो यह है कि प्रीतम सिंह की लाश को अंतिम वार किसी ने नहीं देखा और ना ही उस महिला के परिवार ने। एडवोकेट राजीव मलहोत्रा ने बताया कि अम्रितसर की रहने वाली औरत पदमा कैंसर से पीड़त थी और कैंसर पीड़त की लाश अस्पताल की तरफ से कभी भी पैक नहीं की जाती जो कि मामले को और शक्की बनाता है।
लाशों की अदला-बदली के मामले में हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से मांगा जवाब
चंडीगढ। अम्रितसर के गुरू नानक अस्पताल से कोरोना पाजिटिव की लाशों की अदला बदली के मामले में पंजाब सरकार घिरती हुई नजर आ रही है क्योकि जिस प्रीतम सिंह की लाश अब तक परिवार को नहीं मिली उनके परिवार ने माननीय पंजाब एंड हरियाना हाईकोर्ट में पहुंच की है, जिस पर आज सुनवाई करते हुए अदालत ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर दिया है और बुधवार तक इस मामले में जवाब मांग लिया है, इससे पहले मुकेरियां के पास पड़ते गांव टांडा राम सहाय के कोरोना पाजिटिव होने की बजह से मारे गए प्रीतम सिंह की लाश बदलने के मामले में प्रीतम सिंह के परिवार ने पंजाब एंड हरियाना हाईकोर्ट में रिट डाली थी और इस सबंधी परिवार के एडवोकेट राजीव मलहोत्रा ने कहा कि हाईकोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और उन्होंने कहा कि हम यह कहि रहे है कि प्रीतम सिंह तो जीवत है और वह कहा है, जब कि अस्पताल कहि रहा है कि प्रीतम सिंह की मौत हो चुकी है और अब यह मामला और दिलचसप बन गया है क्योकि परिवार यह मानने को तैयार नहीं कि प्रीतम सिंह की मौत भी हुई है और इससे पहले 18 जुलाई शनिवार शाम को टांडा राम सहाय में उस समय हंगामा हो गया था जब प्रीतम सिंह की जगह महिला जिसका नाम पदमा था और वह कैंसर से पीड़त थी की लाश यहा पहुंच गई थी और उस समय यह बात निकलकर सामने आई थी कि प्रीतम सिंह का उस महिला के परिवार ने अंतिम ससकार कर दिया था, दिलचसप बात तो यह है कि प्रीतम सिंह की लाश को अंतिम वार किसी ने नहीं देखा और ना ही उस महिला के परिवार ने। एडवोकेट राजीव मलहोत्रा ने बताया कि अम्रितसर की रहने वाली औरत पदमा कैंसर से पीड़त थी और कैंसर पीड़त की लाश अस्पताल की तरफ से कभी भी पैक नहीं की जाती जो कि मामले को और शक्की बनाता है।