द एडिटर – मेलबर्न –
29 जनवरी को कथित खालिस्तानी जनमत संग्रह के दौरान हिन्दू कट्टरपंथियों को पीटने वाले खालिस्तानी समर्थकों से स्थानीय ऑस्ट्रेलिया पुलिस पूछताछ करना चाह्ती है।
यह घटना 29 जनवरी 2023 को मेलबर्न के प्रमुख इलाके फेडरेशन स्क्वायर के बाहर उस समय घटी थी। जिस वक्त फेडरेशन स्क्वायर परिसर में खालिस्तान को लेकर कथित जनमत संग्रह चल रहा था।
मेलबर्न विक्टोरिया राज्य की राजधानी है और विक्टोरिया पुलिस ने 20 मार्च को आधिकारिक तौर पर उन सिख कट्टरपंथियों की फ़ोटो जारी की है जो खालिस्तान जनमत संग्रह के वक्त मौके पर मौजूद थे और यहां इसका विरोध करने पहुँचे कट्टरवादी हिन्दू समर्थकों पर हमला करने के आरोपी है।
गौरतलब है कि पिछले तीन महीनों में मेलबर्न के कई मंदिरों में तोड़फोड़ की गई। मंदिरों के बाहर खालिस्तानी नारे लिखे गए। आरोप है इन हमलों के पीछे खालिस्तान की मांग करने वाले गर्म ख्याली कार्यकर्ताओं का हाथ है।
ऑस्ट्रेलिया में इन घटनाओ से न सिर्फ भारतीय समाज मे बंटवारा हुआ बल्कि भारत सरकार को ऑस्ट्रेलिया सरकार पर दबाव बनाने का मौका भी मिला।
हाल ही में भारतिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बिनिसि की भारत यात्रा के दौरान प्रेस के सामने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हुए हमले को पुरजोर तरीक़े से उठाया था। इसके बाद से ऑस्ट्रेलिया सरकार पर खालिस्तानी संगठनों पर कारवाही का जबरदस्त दबाव था।
गौरतलब है ऑस्ट्रेलिया की सरकार वित्तीय, सैन्य और चीनी हस्तक्षेप की वजह से भारत में नया दोस्त तलाश रही है। लिहाजा ऑस्ट्रेलिया सरकार किसी भी तरीके से भारत और भरतवंशियों में यह संदेश देना चाहती कि वह भारत के साथ उसके हितों के साथ खड़ी है।