होशियारपुर। अमृतसर के गुरू नानक अस्पताल में हुए लाशों के तबादले में आज पंजाब एंड हरियाना हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमे अमृतसर मैडिकल कालेज में इस मामले में आज अपनी कोई भी रिपोर्ट अदालत में नहीं सौंपी और कहा कि अभी मामले की ज्यूडिशल जांच चल रही है और इस संबंधी प्रीत्म सिंह के परिवार की और से एडवोकेट राजीव मलहोत्रा ने बताया कि इस मामले में माननीय जस्टिस विवेक पुरी ने मेडिकल कालेज से यह पूछा कि क्या प्रीतम सिंह जिंदा है तो इसके जवाब में मेडिकल कालेज अमृतसर ने कहा कि वह जिंदा नहीं है, जब उनसे यह पूछा गया कि क्या अमृतसर में मौजूद अस्थियां प्रीतम सिंह की है तो उन्होंने कहा कि मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं है तो जब प्रीतम सिंह की जगह जिस महिला की लाश भेजी गई थी के सरकार के बारे में भी उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी भी कोई जानकारी नहीं है तो माननीय जस्टिस ने कहा कि जांच क्या चल रही है, इस पर उन्होंने अब 24 जुलाई शुक्रवार को दोबारा अदालत में रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है। यहा उल्लेखनीय है कि मुकेरियां के पास पड़ते गांव टांडा राम सहाय के रहने वाले प्रीतम सिंह की मौत अमृतसर मेडिकल कालेज के गुरू नानक अस्पताल में कोरोना की बजह से हो गई और उनकी जगह पर किसी कैंसर से मरी महिला की लाश टांडा राम सहाय भेज दी गई थी लेकिन प्रीतम सिंह के परिवार को जब शक हुआ तो उन्होंने उस बैग की जिप खोल ली जिसमें लाश थी तब उन्होंने देखा कि लाश तो प्रीतम सिंह की ना होकर किसी महिला की है, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन की इस बड़ी लापरवाही से पर्दा उठा था और काफी हंगामा हुआ था। मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से कुछ स्टाफ मैंबरों पर कारवाई भी की थी लेकिन इसके बाद डाक्टर और दूसरे स्टाफ मैंबर भी इस लापरवाही के लिए एक-दूसरे पर दोष लगा रहे है।
लाशों का अदला-बदली मामला, हाईकोर्ट का सवाल क्या प्रीत्म जिंदा है
होशियारपुर। अमृतसर के गुरू नानक अस्पताल में हुए लाशों के तबादले में आज पंजाब एंड हरियाना हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमे अमृतसर मैडिकल कालेज में इस मामले में आज अपनी कोई भी रिपोर्ट अदालत में नहीं सौंपी और कहा कि अभी मामले की ज्यूडिशल जांच चल रही है और इस संबंधी प्रीत्म सिंह के परिवार की और से एडवोकेट राजीव मलहोत्रा ने बताया कि इस मामले में माननीय जस्टिस विवेक पुरी ने मेडिकल कालेज से यह पूछा कि क्या प्रीतम सिंह जिंदा है तो इसके जवाब में मेडिकल कालेज अमृतसर ने कहा कि वह जिंदा नहीं है, जब उनसे यह पूछा गया कि क्या अमृतसर में मौजूद अस्थियां प्रीतम सिंह की है तो उन्होंने कहा कि मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं है तो जब प्रीतम सिंह की जगह जिस महिला की लाश भेजी गई थी के सरकार के बारे में भी उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी भी कोई जानकारी नहीं है तो माननीय जस्टिस ने कहा कि जांच क्या चल रही है, इस पर उन्होंने अब 24 जुलाई शुक्रवार को दोबारा अदालत में रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है। यहा उल्लेखनीय है कि मुकेरियां के पास पड़ते गांव टांडा राम सहाय के रहने वाले प्रीतम सिंह की मौत अमृतसर मेडिकल कालेज के गुरू नानक अस्पताल में कोरोना की बजह से हो गई और उनकी जगह पर किसी कैंसर से मरी महिला की लाश टांडा राम सहाय भेज दी गई थी लेकिन प्रीतम सिंह के परिवार को जब शक हुआ तो उन्होंने उस बैग की जिप खोल ली जिसमें लाश थी तब उन्होंने देखा कि लाश तो प्रीतम सिंह की ना होकर किसी महिला की है, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन की इस बड़ी लापरवाही से पर्दा उठा था और काफी हंगामा हुआ था। मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से कुछ स्टाफ मैंबरों पर कारवाई भी की थी लेकिन इसके बाद डाक्टर और दूसरे स्टाफ मैंबर भी इस लापरवाही के लिए एक-दूसरे पर दोष लगा रहे है।