– जैतो मोर्चा के शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की
जैतो/21फरवरी 2024: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज सिख पंथ के दुश्मनों का मुकाबला करने के लिए अकाली दल के झंडे के नीचे एकत्र होने की अपील करते हुए कहा,‘‘ सिख समुदाय को कमजोर करने के लिए अकाली दल के साथ-साथ सिख संस्थानों को बांटने करने के प्रयास किए जा रहे हैं।’’

जैतो मार्च की 100वीं वर्षगांठ मनाने के लिए शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) द्वारा आयोजित एक धार्मिक सभा को संबोधित करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ सिख पंथ के दुश्मनों को एहसास है कि हमारी ताकत हमारे संस्थान हैं, इसीलिए शिरोमणी कमेटी को तोड़कर हरियाणा के लिए एक अलग गुरुद्वारा कमेटी बनाई गई। उन्होने कहा कि हाल ही में महाराष्ट्र कैबिनेट बोर्ड में बारह सरकारी उम्मीदवारों को नामांकित करके तख्त श्री हजूर साहिब बोर्ड को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की तथा पटना बोर्ड पर भी कब्जा कर लिया गया है।’’
यह कहते हुए कि यह सब समुदाय में कुछ ‘गददार ’ तत्वों के कारण हो रहा है, सरदार बादल ने कहा,‘‘ ये लोग हममें से एक होने का दिखावा कर समुदाय की ताकत को कमजोर करने के लिए काम कर रहे हैं।’’ उन्होने कहा कि अकाली दल ने हमेशा समुदाय की भलाई के लिए काम किया है। उन्होने कहा,‘‘ जब आपने हमें राज्य की भलाई की जिम्मेदारी सौंपी तो हमने छोटा और बड़ा घल्लूघारा के साथ साथ बंदा सिंह बहादुर जैसी प्रतिष्ठित शख्सियतों की यादगार में स्मारक बनाकर हमारी गौरवशाली विरासत को संरक्षित करने के लिए काम किया। हमने विरासत-ए-खालसा स्मारक बनाने के अलावा श्री दरबार साहिब के परिसर का सौंदर्यीकरण किया।
सरदार बादल ने बहादुर सिख समुदाय को अलगाववादियों करार देने के प्रयासों की भी कड़ी निंदा की। उन्होने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि एक सिख अधिकारी जो पश्चिम बंगाल में अपनी डयूटी करने की कोशिश कर रहा था, उसे खालिस्तानी करार दिया गया। उन्होने कहा,‘‘ देश को यह याद रखना चाहिए कि जैतो मोर्चा को हमारे संस्थापकों ने आजादी की पहली लड़ाई करार दिया गया था। सिखों ने स्वतंत्रता संग्राम में सबसे अधिक योगदान दिया और अब भी वे चीन और पाकिस्तान के साथ बाॅर्डर की रक्षा करते हैं।’’
अकाली दल अध्यक्ष ने समुदाय से आत्मनिरीक्षण करने के लिए कहते हुए कहा,‘‘ हमें आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी ने हमारे सबसे पवित्र धार्मिक स्थान-श्री दरबार साहिब पर हमला किया , वह पंजाब में खुद को कैसे बहाल करने में सक्षम हुई। हमें आम आदमी पार्टी से भी सवाल करने की जरूरत है कि उसने सुल्तानपुर लोधी में गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब पर सशस़्त्र पुलिस हमले का आदेश क्यों दिया?’’
शिरोमणी कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि सिख समुदाय के शहीदों द्वारा किए गए बलिदान ने इसे समृद्ध किया और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
इस अवसर पर एसजीपीसी के उपाध्यक्ष राजिंदर सिंह मेहता और अकाली नेता सिकंदर सिंह मलूका, डाॅ. दलजीत सिंह चीमा, सूबा सिंह बादल, मंतर सिंह बराड़, परमबंस सिंह रोमाणा और कंवरजीत सिंह बरकंदी भी मौजूद थे।